
माननीय पुलिस अधीक्षक सा. ने अकोला में मोबाइल फोरेंसिक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
कार्यान्वित – अपराध जाँच में मिलेगी मदद
आज, 15 सितंबर 2025 को, माननीय श्री अर्चित चांडक, पुलिस अधीक्षक अकोला ने मोबाइल फोरेंसिक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के अंतर्गत क्रियान्वित की गई है और यह एक विशेष सेवा होगी जो अपराधों की जाँच के लिए अत्याधुनिक सुविधाएँ प्रदान करेगी।

क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, अमरावती से पुलिस अधीक्षक, अकोला कार्यालय के लिए वाहन संख्या MH 12 YD 9968 वाली एक फोरेंसिक वैन प्राप्त हुई है। यह वैन प्रारंभ में उप-विभागीय अधिकारी, अकोला के नेतृत्व में संचालित होगी और अन्य वाहन प्राप्त होने तक यह सेवा पूरे जिले (अकोला शहर और ग्रामीण) के लिए उपलब्ध रहेगी। इसके साथ ही, आवश्यक किट, रसायन और अन्य वैज्ञानिक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं, और फोरेंसिक विशेषज्ञ, वैज्ञानिक सहायक, वाहन चालक और प्रयोगशाला परिचारकों की नियुक्ति की गई है।
यह फोरेंसिक वैन अपराधों की जाँच में पुलिस बल के लिए विशेष सहायक होगी। घटनास्थल पर शीघ्र पहुँचकर साक्ष्य सुरक्षित रूप से एकत्रित किए जा सकेंगे। भौतिक साक्ष्यों को वैज्ञानिक रूप से सुरक्षित और संरक्षित किया जा सकेगा, जिससे जाँच में मदद मिलेगी। अन्य जैविक नमूने समय पर एकत्रित करके तुरंत प्रयोगशाला भेजे जा सकेंगे। घटनास्थल की फोटोग्राफी और सीन-मैपिंग करके रिकॉर्डिंग की जाएगी। प्राथमिक रासायनिक और ट्रेस विश्लेषण से तुरंत उपयोगी जानकारी प्राप्त होगी, जिससे साक्ष्यों की कस्टडी श्रृंखला को बनाए रखने में मदद मिलेगी। विशेषज्ञ तकनीशियन अपने उपकरणों के साथ घटनास्थल पर काम कर सकेंगे। जाँच के परिणाम के लिए आवश्यक तकनीकी रिपोर्ट शीघ्रता से तैयार की जा सकेगी। इससे विश्वसनीय और भौतिक साक्ष्य शीघ्रता से न्यायालय में प्रस्तुत किए जा सकेंगे, जिससे अभियुक्तों को दंडित करना संभव होगा। इससे अपराध दोषसिद्धि की दर बढ़ाने में मदद मिलेगी।
इस टीम में श्री अभिषेक माननीय शामिल हैं। भारसाकले सहायक रासायनिक विश्लेषक, श्रीमती पूजा खडसे सहायक रासायनिक विश्लेषक श्रीमती नेहा इंगले सहायक रासायनिक विश्लेषक, श्रीमती सोनल वी. गाडगे वैज्ञानिक सहायक, श्रीमती गायत्री हरणे वैज्ञानिक सहायक, श्री नागेश बावने वैज्ञानिक सहायक, श्री ओम बोधफले वैज्ञानिक सहायक, श्री राहुल जी. गावंडे वाहन चालक श्री अनिकेत पी. वाजडे, वाहन चालक श्री अंकुश मोरे प्रयोगशाला परिचारक, श्री रूपेंद्र वी. ठाकरे प्रयोगशाला परिचारक, टीम में शामिल होंगे। मोबाइल फोरेंसिक वैन के माध्यम से पुलिस विभाग को जांच के लिए तत्काल वैज्ञानिक मदद मिलेगी और अपराधों को सुलझाने की प्रक्रिया में गति और सटीकता बढ़ेगी। कार्यक्रम में उप-विभागीय पुलिस अधिकारी अकोला विभाग श्री सुदर्शन पाटिल, पुलिस निरीक्षक श्री शंकर शेलके स्थानीय अपराध शाखा, श्री सुरेश परसोडे सपोनी फिंगर प्रिंट उपस्थित थे।