प्रशासन की लापरवाही के कारण 4 वर्षीय बालक को अपनी जान गवानी पड़ी शेख इरशाद ने लगाया प्रशासन पर आरोप।
अकोला जिले में लगातार बारिश का दौर जारी है और बांध से मोरना नदी को पानी बार बार छोड़ा जाता है इससे नदी का स्तर बढ़ जाता है जिस के कारण राम सेतु पुल पानी में बार बार समा जाता है. बता दे कि पिछले कई सालों से इस पुल पर रेलिंग नहीं होने के कारण यहां छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं. हाल ही में 4 वर्षीय बालक के बहने की जो घटना घटी वो घटना ने अकोला वासियो को हैरान कर दिया है अगर इस नदी पर बने पुल पर रेलिंग होते तो उस बच्चे की जान बच जाती.
आपको बता दे कि जनसेवा बिल्डिंग व बांधकाम मजदूर संगठन के अध्यक्ष शेख इरशाद ने 13 अप्रैल 2023 को अकोला महानगर पालिका उपयुक्त को इस विषय मे एक निवेदन दिया गया था जिस पर निता वंजारी ने दिनांक 16 मई 2023 को जनसेवा बिल्डिंग व बांधकाम मजदूर संगठन के अध्यक्ष शेख इरशाद को एक पत्र व्दारा से अवगत कराया था कि अकोला महानगर पालिका ने राजराजेश्वर सेतु पुल के रास्ते के डाबरी करन एवं रेलिंग के लिए 30 लाख रुपये प्रस्तावित किए है एवं जल्द ही इनकी निविदा निकाली जाएगी लेकिन आज तक ना ही कोई निविदा निकली ना काम शुरू किया गया यदि इस पुल पर मजबूत रेलिंग का प्रबंध होता तो शायद जय बोके आज जिंदा होता. 4 साल के जय बोके की मौत के बाद भी क्या महानगर पालिका और जिला प्रशासन अपनी नींद से जागेगा ऐसा शेख इरशाद ने आज जिलाधिकारी को एक निवेदन देकर राजराजेश्वर सेतु पुल पर जल्द रेलिंग का काम शुरू करने की मांग की है.