
अकोला : इस वर्ष भी तापड़िया नगर में विजयादशमी के अवसर पर रिमोट कंट्रोल के माध्यम से 51 फुट ऊंचे रावण की विशालकाय प्रतिकृति का दहन किया जाएगा। पिछले दो दशकों से चली आ रही यह अनूठी परंपरा शहर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, और इसके माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी दिया जाता है। युवाशक्ति नवदुर्गा मंडल द्वारा आयोजित यह प्रतिष्ठित रावण दहन समारोह इस वर्ष गुरुवार, 2 अक्टूबर को शाम 7 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज क्रीड़ांगन में होगा।
सामाजिक संदेश और व्यापक उपस्थिति
इस समारोह का मुख्य उद्देश्य समाज में मौजूद अनैतिक प्रवृत्तियों और अन्याय के विरुद्ध लड़ने का संदेश देना है। यह कार्यक्रम हर साल शहरवासियों के बीच आकर्षण का केंद्र रहता है, जिसमें बड़ी उमरी, छोटी उमरी, रामदास पेठ, महाजनी प्लॉट समेत विभिन्न क्षेत्रों के नागरिक बड़ी संख्या में भाग लेते है,इस उपक्रम को परिवार-अनुकूल और आनंददायक बनाने के लिए आतिशबाजी (फायरवर्क्स), सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विशेष सुविधाओं का आयोजन किया गया है। महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से विशेष व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए 300 युवाओं की एक टीम कार्यरत है। सागर शेगोकार, अंकुश देशमुख, अमित फोकमारे, निखिल देशमुख सहित लगभग 300 स्वयंसेवकों की टीम पूरे कार्यक्रम की योजना और व्यवस्था संभाल रही है। आयोजकों का मानना है कि यह रावण दहन समारोह शहर का सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय आकर्षण होगा।