
अकोला जिले के मूर्तिज़ापुर तालुका के उमई गांव में रविवार सुबह एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। पुराने विवाद के चलते एक युवक ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए महज़ आधे घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे हुई वारदात?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दीपक अवधूत वानखडे (42) और श्रीराम पांडुरंग वानखडे (65) सुबह गांव के रास्ते से गुजर रहे थे। तभी गांव का ही गजानन विश्वास मानकर (35) उनसे पुराने विवाद को लेकर भिड़ गया। बहस इतनी बढ़ी कि आरोपी ने धारदार हथियार से दोनों पर हमला बोल दिया। इस हमले में दीपक वानखडे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि श्रीराम वानखडे बुरी तरह घायल हुए। उन्हें तुरंत उप-जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस की फुर्तीली कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही मूर्तिज़ापुर पुलिस तुरंत हरकत में आई। ग्रामीण पुलिस निरीक्षक श्रीधर गुट्टे, उपनिरीक्षक चंदन वानखडे और हेड कांस्टेबल मनीष मालठाणे की टीम ने मात्र 30 मिनट के भीतर आरोपी गजानन विश्वास मानकर को गिरफ्तार कर लिया।
इलाके में पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि किसी तरह का तनाव न फैले। उपनिरीक्षक गणेश सूर्यवंशी और अनिल पवार ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति पर नज़र रखी और नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की।
ग्रामीणों में दहशत, बढ़ते अपराध पर सवाल
इस घटना ने अकोला ज़िले में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और ग्रामीण इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उमई गांव में लोग दहशत के साए में हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।