अकोला: पुलिस वाहन में सवार होकर रात्रि गश्त कर रहे दो पुलिस कर्मचारियों पर फायरिंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने में पुलिस की अपराध शाखा को कामयाबी मिली है. गिरोह के पांचों सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से वारदात को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिलें बरामद कर ली गई हैं. पांचों आरोपियों की पुलिस हिरासत के दौरान उनसे कई जरूरी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आने की संभावना जताई गई है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में वाशिम जिले की रिसोड़ तहसील के अश्विन गणेश मुंडे (21,वर्ष), भावेश उर्फ अर्जुन रवींद्र मुंडाले (19,वर्ष), सागर ज्ञानेश्वर चौके (25,वर्ष), अविनाश भीमराव मुंडाले (26,वर्ष) और योगेश रामराव मुंडाले (26,वर्ष) का समावेश है. इन सभी पर आरोप है कि 30 दिसंबर की आधी रात के बाद यह गिरोह जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए उरल थाने की सीमा में आने वाले ग्राम मांजरी फाटे से कंचनपुर रोड पर घूम रहे थे.
रात्रि गश्त कर रहे पुलिस कर्मचारियों के रुकने के इशारे के बाद यह सभी फरार होने का प्रयास में थे. इस बीच गिरोह के एक सदस्य ने पुलिस वाहन को करीब आता देख, उस पर फायरिंग की थी जिसमें दिनकर इंगले और नितेश मुंढे बाल बाल बच गए थे. पुलिस की अपराध शाखा ने मामले की पड़ताल का बीड़ा उठाया हुआ था, जिसमें उसे कामयाबी मिली.
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभय डोंगरे, सहायक पुलिस अधीक्षक गोकुल राज के मार्गदर्शन में एलसीबी के पुलिस निरीक्षक शंकर शेलके के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक कैलाश भगत, पीएसआई गोपाल जाधव तथा भास्कर धोत्रे, रवींद्र खंडारे, सुलतान पठान, महेंद्र मलिये, अब्दुल माजिद, अविनाश पाचपोर, एजाज अहमद, वसीमुद्दीन शेख, विशाल मोरे, भीमराव दिपके, स्वप्निल खेड़कर, सतीश पवार, नफीस शेख, अक्षय बोबड़े, प्रवीण कश्यप तथा साइबर सेल के आशीष आमले ने अंजाम दी है.