हाल ही में चल रहे समान नागरिक अधिनियम कानून को लेकर समाज के कई वर्ग परेशान है. और इस कानून के विरोध में देश के अलग अलग इलाकों में धरना प्रदर्शन शुरू है. इसी के चलते अकोला के पातुर तहसील में भी आदिवासी एकता परिषद द्वारा पातुर तहसील कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आंदोलन किया गया.
आदिवासी एकता परिषद द्वारा किए गए इस प्रदर्शन को अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, नई दिल्ली,तथा राष्ट्रीय आदिवासी बिरसा क्रांति दल का पूरा पूरा समर्थन व सहयोग मिला.
इस आंदोलन में आदिवासी बिरसा क्रांति दल के सभी सदस्य, कार्यकर्ता, व पदाधिकारी तथा आम नागरिको ने हिस्सा लिया. धरना प्रदर्शन के बाद सभी प्रदर्शन कार्यों ने पातूर तहसील कार्यालय ने पहुंचकर माननीय तहसीलदार साहब को समान नागरिक अधिनियम कानून यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड के विरोध में ज्ञापन सौंपा.
इस आंदोलन में आदिवासी एकता परिषद, आदिवासी बिरसा क्रांति दल और बहुजन कार्यकर्ता तथा आम जनता मौजूद थी. जिसमें पातूर शिरला ग्राम सरपंच श्रीमती अर्चना सुधाकर शिंदे, ग्राम सदस्य निशा गोपाल, सुभाष खिल्लारे,श्री सुधाकर शिंदे, बहुजन कार्यकर्ता श्री कलीम जफर, प्रशांत ऊपर वट, दीपक दाकोरे, नवनाथ पवार, देवानंद रखशे, गोपाल महादेव जाधव, राम राव करवते, सोहनलाल देवकर, विश्वनाथ देवकर, राजू आगलावे, बबन लोखंडे, बलिराम लोखंडे, देवानंद चावरे, वासुदेव ठाकरे, राम नारायण देवकर, गजानन गोरे, आदि शामिल थे.